Quotes by Swami Vivekananda in hindi | Swami Vivekanand Quotes


lकिसी से घृणा मत करो, क्योंकि वह घृणा जो तुमसे निकलती है, दीर्घकाल में तुम्हारे पास ही लौटकर आती है, यदि तुम प्रेम करते हो, तो वह प्रेम चक्र पूरा करते हुए तुम्हारे पास लौट आएगा।

lमुझे उस धर्म का होने का गर्व है जिसने विश्व को सहिष्णुता और सार्वभौमिक स्वीकृति की शिक्षा दी है हम  केवल सार्वभौमिक सहिष्णुता में विश्वास करते हैं बल्कि हम सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं।

lजो आग हमें गर्म करती है वह हमें भस्म भी कर सकती है; यह आग का दोष नहीं है।

lसत्य को एक हजार अलग-अलग तरीकों से कहा जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य हो सकता है

lजब आप कोई काम कर रहे होंउसे पूजा की तरह करेंसर्वोच्च पूजा की तरह करें और फिलहाल के लिए अपना पूरा जीवन उसी में समर्पित कर दें।

lजब आप व्यस्त होते हैं तो सब कुछ आसान होता है। लेकिन जब आप आलसी हों तो कुछ भी आसान नहीं होता।

lनेतृत्व करते हुए सेवक बनो। निस्वार्थ बनो। अनंत धैर्य रखें, और सफलता आपकी है।

lपृथ्वी वीरों को भोगती है-यह अटल सत्य है। नायक बनें। हमेशा कहते हैं, मुझे कोई डर नहीं है।

lकिसी चीज से डरो मत। आप अद्भुत कार्य करेंगे। निर्भयता ही है जो क्षण भर में भी स्वर्ग ले आती है।

lअपने आप पर विजय प्राप्त करें और पूरा ब्रह्मांड आपका है।

lमुक्त होने का साहस करेंजहां तक आपके विचार हैं वहां तक जाने का साहस करें और उसे अपने जीवन में उतारने का साहस करें।

lनकारात्मक आत्मा पर मुहर लगा दें जैसे कि वह कोई महामारी हो।

lमस्तिष्क और मांसपेशियों को एक साथ विकसित होना चाहिए। लोहे की नसें एक बुद्धिमान मस्तिष्क के साथ - और पूरी दुनिया आपके चरणों में है।

lहम वही हैं जो हमारी सोच ने हमें बनाया है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार जीते हैं और दूर की यात्रा करते हैं।

lअपने आप पर विश्वास करें और दुनिया आपके चरणों में होगी।

l3 सुनहरे नियम !! कौन आपकी मदद कर रहा है, उन्हें मत भूलिए। जो आपसे प्यार कर रहा है, उनसे नफरत मत कीजिए। कौन आप पर भरोसा कर रहा है, उन्हें धोखा  दें

lइस दुनिया में सभी मतभेद स्तर के हैं,  कि प्रकार के, क्योंकि एकता ही हर चीज का रहस्य है।

lहमेशा खुद को खुश दिखाने की कोशिश करें। शुरू में यह आपका रूप बन जाता है, धीरे धीरे यह आपकी आदत बन जाता है और अंत में यह आपका व्यक्तित्व बन जाता है।

lजो कुछ भी आपको कमजोर बनाता है - शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप सेउसे जहर के रूप में त्याग दें

lजब लोग तुम्हारी निन्दा करें तो उन्हें आशीष दो  सोचें कि झूठे अहंकार को बाहर निकालने में मदद करके वे कितना अच्छा कर रहे हैं।

lआराम सत्य की परीक्षा नहीं है। सच्चाई अक्सर आरामदायक होने से बहुत दूर होती है।

lइच्छा, अज्ञान और असमानता - यह बंधन की त्रिमूर्ति है।

lएक समय में एक काम करोऔर ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा को उसमें डाल दोबाकी सब कुछ छोड़कर।

lयदि मैं अपने असंख्य दोषों के बावजूद स्वयं से प्रेम करता हूँतो मैं किसी से कुछ दोषों की झलक पाकर कैसे घृणा कर सकता हूँ?

lपीछे मुड़कर  देखें - अनंत ऊर्जा, असीम उत्साहअसीम साहसऔर असीम धैर्य  तभी महान कार्यों को पूरा किया जा सकता है।

lप्रत्येक कार्य को इन चरणों से गुजरना पड़ता है - उपहास, विरोध और फिर स्वीकृति  जो लोग अपने समय से आगे सोचते हैं वे निश्चित रूप से गलत समझे जाते हैं।

lअपने आप पर विश्वास रखें - सारी शक्ति आप में है। साँप का विष भी शक्तिहीन होता है, यदि तुम उसका दृढ़ता से खंडन कर सको।

lअपने आप पर विश्वास रखो, महान विश्वास महान कर्मों की जननी हैं।

lएक विचार लो। उस एक विचार को अपना जीवन बना लो; इसका सपना; ज़रा सोचो; उस विचार पर जीते हैं मस्तिष्क, शरीर, मांसपेशियोंनसोंआपके शरीर के हर हिस्से को उस विचार से भर देंऔर हर दूसरे विचार को अकेला छोड़ दें। यही सफलता का मार्ग है, और यही वह मार्ग है जिससे महान आध्यात्मिक दिग्गज उत्पन्न होते हैं।

lदिन में कम से कम एक बार अपने आप से बात करें अन्यथा आप इस दुनिया में एक उत्कृष्ट व्यक्ति से मिलने से चूक सकते हैं।

lप्रफुल्लित मन दृढ़ रहता है और शक्तिशाली मन हजारों कठिनाइयों को पार कर लेता है।

lवह मनुष्य अमरत्व तक पहुँच गया है जो किसी भौतिक वस्तु से परेशान नहीं है।

lआप जो भी मानते हैं, वह आप होंगे, यदि आप अपने आप को युगों युगों का मानते हैं, तो आप कल होंगे। आपको रोकने के लिए कुछ भी नहीं है। 

lकिसी दिनजब आपके सामने कोई समस्या  आए आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं।

lवे धन्य हैं जिनके शरीर दूसरों की सेवा में नष्ट हो जाते हैं।

lआसक्ति और वैराग्य दोनों ही पूर्ण रूप से विकसित होकर मनुष्य को महान और सुखी बनाते हैं।

lअपने संकीर्ण गड्ढों से बाहर निकलो और विदेश में देखो

lकिसी की निंदा  करें: यदि आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ऐसा करें। यदि आप नहीं कर सकते हैं, तो अपने हाथ जोड़कर अपने भाइयों को आशीर्वाद दें और उन्हें अपने रास्ते जाने दें।

lअगर आप अपने आप को शक्तिशाली समझोगे तो आप शक्तिशाली बन जाओगे।

lदिल और दिमाग के बीच संघर्ष में, अपने दिल का पालन करें।

lखड़े हो जाओनिर्भीक बनोऔर दोष अपने कंधों पर लो दूसरों पर कीचड़ मत उछालोआप जिन दोषों से पीड़ित हैं, उनके लिए आप एकमात्र और एकमात्र कारण हैं।

lशक्ति ही जीवन है, दुर्बलता ही मृत्यु है। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु है। प्रेम जीवन है, घृणा मृत्यु है।

lसारा जीवन स्वप्नों का क्रम है। मेरी महत्वाकांक्षा एक जागरूक स्वप्नद्रष्टा बनने की है, बस इतना ही है।

lसंसार एक महान व्यायामशाला है जहाँ हम स्वयं को शक्तिशाली बनाने आते हैं।

lअपने जीवन में जोखिम उठाएं, यदि आप जीतते हैं, तो आप नेतृत्व कर सकते हैं! यदि आप हार जाते हैं, तो आप मार्गदर्शन कर सकते हैं!

lएकाग्रता की शक्ति ही ज्ञान के भण्डार की एकमात्र कुंजी है।

lमानव मन की शक्ति की कोई सीमा नहीं है यह जितना अधिक केंद्रित होता हैउतनी ही अधिक शक्ति एक बिंदु पर सहन करने के लिए लाई जाती है।

lवे ही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं।

lचीजें बेहतर नहीं होतींवे जैसे हैं वैसे ही बने रहते हैं  यह हम ही हैं जो अपने आप में किए गए परिवर्तनों से बेहतर विकास करते हैं।

lसभी कमजोरियों को दूर फेंक दो अपने शरीर को बताओ कि यह मजबूत है  अपने मन को बताएं कि यह मजबूत है और अपने आप में असीम विश्वास और आशा रखें।

lतुम्हारे भाग्य का सृजन तुम्हारे हाथ है।

lजब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।

lआपको अंदर से बाहर की तरफ बढ़ना होगा  कोई आपको पढ़ा नहीं सकताकोई आपको आध्यात्मिक नहीं बना सकता। कोई और शिक्षक नहीं बल्कि आपकी अपनी आत्मा है।

lप्रकृति के अस्तित्व का कारण ही आत्मा की शिक्षा है।

lशिक्षा मनुष्य में पहले से विद्यमान पूर्णता की अभिव्यक्ति है।

lअनुभव ही हमारा एकमात्र शिक्षक है हम जीवन भर बातें और तर्क कर सकते हैंलेकिन हम सत्य के एक शब्द को नहीं समझ पाएंगे।

lएक मूर्ख संसार की सारी पुस्तकें खरीद सकता हैऔर वे उसके पुस्तकालय में होंगीलेकिन वह केवल वही पढ़ पाएगा जिसके वह हकदार है।

lदुनिया को अब तक जो भी ज्ञान मिला है वह मन से आता हैब्रह्मांड का अनंत पुस्तकालय हमारे अपने दिमाग में है।

lकिताबें अनंत हैं और समय कम है ज्ञान का रहस्य यह है कि जो आवश्यक है उसे ग्रहण कर लो  इसे लें और इसे जीने की कोशिश करें।

lजो कुछ भी अच्छा है, उसे दूसरों से सीखो, लेकिन उसे अंदर लाओ, और अपने तरीके से उसे सोख लो; दूसरे मत बनो।

l धन से,  नाम से,  यश से,  विद्या से; यह चरित्र है जो कठिनाइयों की कठोर दीवारों को काट सकता है।

l खोजो  टालो, जो आता है ले लो।

lसच्ची सफलता, सच्ची खुशी का महान रहस्य यह है: वह पुरुष या महिला जो बदले में कुछ भी नहीं मांगता है, पूरी तरह से निःस्वार्थ व्यक्ति, सबसे सफल है।

lउठना! जागना! तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त  हो जाए।

lसारी शक्ति आपके भीतर है आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं उस पर विश्वास करो  विश्वास मत करो कि तुम कमजोर होविश्वास मत करो कि तुम आधे पागल पागल होजैसा कि आजकल हम में से अधिकांश करते हैं। उठो और अपने भीतर की दिव्यता को व्यक्त करो।

lब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से ही हमारी हैं  यह हम ही हैं जिन्होंने अपनी आंखों के सामने हाथ रखा है और रोते हैं कि अंधेरा है।

lकुछ मत पूछोबदले में कुछ नहीं चाहता जो देना है दे दोवह तुम्हारे पास वापस आएगापरन्तु अभी उसके बारे में मत सोचो।

lकुछ भी महसूस  करें, कुछ  जानें, कुछ  करें, कुछ  लें, सब कुछ ईश्वर को सौंप दें, और पूरी तरह से कहें, 'तेरा काम हो जाएगा।' हम केवल इस बंधन का सपना देखते हैं। जागो और इसे जाने दो।

lअंधविश्वास घुस जाए तो दिमाग चला जाता है।

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